सड़क मार्ग से केरल में प्रवेश करने के लिए कोविड जगृता पास अनिवार्य: मुख्यमंत्री
तिरुवनंतपुरम, 09 मई: मुख्यमंत्री श्री पिनराई विजयन ने आज दोहराया कि पड़ोसी राज्यों से सीमा चौकियों के माध्यम से केरल में प्रवेश करने के लिए कोविड जागृता पास अनिवार्य है।
“बिना पास के लोगों को केरल में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी और उन्हें वापस भेज दिया जाएगा। जो लोग राज्य में आने की इच्छा रखते हैं, उन्हें कोविद जागृता पोर्टल के माध्यम से पंजीकरण करना चाहिए और पास मिलने के बाद ही अपनी यात्रा शुरू करनी चाहिए। राज्य में प्रवेश के लिए पास अनिवार्य है। भीड़ पर नियंत्रण रखने के लिए ऐसे लोगों की संख्या को सीमित रखा गया है, जो हर दिन सीमा पार कर सकते हैं, और इसी के अनुसार पास जारी किए जा रहे हैं,” मुख्यमंत्री ने कहा।
अब तक 54,262 पास जारी किए गए हैं और इनके ज़रिये अन्य राज्यों से 21,812 मलयाली राज्य वापस आ चुके हैं। जो दूसरे राज्यों से आते हैं वे तिरुवनंतपुरम में इंचिविला, कोल्लम में आर्यनकाव, पालक्काड में वालयार, वायनाड में मुतंगा और कासरकोड में तलपाडी चेक पोस्ट के माध्यम से प्रवेश कर रहे हैं। चेक पोस्टों पर भीड़ को कम करने के लिए अधिक जनमित्र पुलिस तैनात की गई है।
डॉ. इकबाल की अध्यक्षता में एक विशेषज्ञ समिति की सिफारिशों के अनुसार, अन्य राज्यों से आने वाले लोग पहले चिकित्सा जांच से गुजरेंगे और जिन्हें कोई लक्षण नहीं है, वो 14 दिनों के क्वारंटाइन के लिए घर भेजे जाएंगे। यदि कोई लक्षण हों, तो एक पीसीआर परीक्षण आयोजित किया जाएगा और उन्हें कोविड अस्पताल में भेज दिया जाएगा।
दिल्ली, मुंबई, बैंगलोर और चेन्नई में प्रवासी मलयालियों के लिए हेल्पडेस्क
मुख्यमंत्री श्री पिनराई विजयन ने आज घोषणा की कि केरल के बाहर फंसे मलयालियों के लिए देश भर में चार हेल्पडेस्क स्थापित किए जाएंगे। ये हेल्पडेस्क दिल्ली केरला हाउस, मुंबई केरला हाउस, और बैंगलोर और चेन्नई में नोर्का के कार्यालयों पर होंगे। प्रवासी मलयालियों के लिए कॉल सेंटर भी इन चार स्थानों पर स्थापित किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि फंसे हुए मलयालियों को वापस लाने के लिए मुंबई, बैंगलोर और चेन्नई से राज्य के लिए विशेष नॉन-स्टॉप ट्रेनें चलाई जाएंगी। उन्हें उम्मीद है कि फंसे हुए छात्रों को वापस लाने के लिए पहली ट्रेन दिल्ली से होगी। जल्द ही तारीख की घोषणा की जाएगी।
विदेश से लौटने वाले प्रवासी मलयालियों की स्थिति
मुख्यमंत्री ने बताया कि सऊदी अरब के रियाद से 152 प्रवासी 08 मई को कोझीकोड पहुंचे। इनमें 142 प्रवासी मलयालियों के अलावा कर्नाटक के आठ और तमिलनाडु के दो लोग भी थे। इसमें 78 गर्भवती महिलाओं सहित 128 वयस्क और 24 बच्चे थे। इनमें से 114 लोगों को घर भेज दिया गया और बाकी को विभिन्न कोविड देखभाल केंद्रों में भेजा गया।
बहरीन से कोच्चि की एक और उड़ान कल 181 यात्रियों के साथ पहुंची। इनमें से 87 पुरुष थे और 94 महिलाएँ थीं। इनमें 25 गर्भवती महिलाएं और 10 साल से कम उम्र वाले 28 बच्चे थे। एर्नाकुलम के 15 लोगों को कोविड केयर सेंटर में निगरानी में रखा गया है।
मस्कट से कोच्चि, कुवैत से कोच्चि और दोहा से कोच्चि की तीन उड़ानों के आज रात केरल आने की उम्मीद है।
केरल से कोविड-19 की ख़बर
दो नए मामले, एक व्यक्ति ठीक हुआ, कुल 17 मरीज़ों का इलाज जारी
तिरुवनंतपुरम, 09 मई: केरल में आज कोविड-19 के दो नए मामलों की पुष्टि की गई। दोनों प्रवासी मलयाली हैं जो 07 मई को दुबई और अबू धाबी से कोच्चि और कोझीकोड के लिए पहली निकासी उड़ानों पर लौटे थे। दोनों मलप्पुरम जिले के मूल निवासी हैं।
इस बीच इडुक्की जिले के एक मरीज ने कोरोनावायरस से उबर कर आज नकारात्मक परीक्षण किया। अब तक राज्य में कोविड-19 के 505 मामलों की पुष्टि हुई है, और 17 रोगियों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है।
देश के अंदर और बाहर से प्रवासियों की वापसी के साथ, राज्य भर में निगरानी के तहत लोगों की संख्या 23,930 हो गई है। इनमें से 23,596 अपने घरों पर और 334 अस्पतालों में अलग-थलग हैं। 123 व्यक्तियों को आज अस्पताल में भर्ती कराया गया।
अब तक 36,648 नमूनों को परीक्षण के लिए भेजा गया है और 36,002 में संक्रमण नहीं पाया गया है। उच्च जोखिम वाले समूह के लोगों की प्रहरी निगरानी के हिस्से के रूप में 3,465 नमूनों का अलग-अलग परीक्षण किया गया और 3,231 नमूनों का परीक्षण परिणाम नकारात्मक रहा।
मीडिया को जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री श्री पिनराई विजयन ने कहा, “प्रवासी मलयालियों के लौटने के बीच जो नए मामले सामने आ रहे हैं, वह विदेश और अन्य राज्यों से वापस आने वालों के लिए एक चेतावनी है। हमारे प्रयासों और निवारक उपायों को मजबूत करने की आवश्यकता है।“
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